भारतीय साक्ष्य अधिनियम 1872 को पारित करने की पीछे की पृष्ठभूमि? (Background brief history of Indian Evidence Act 1872.)
समस्त भारत की सम्पूर्ण न्याय प्रक्रिया भारतीय साक्ष्य अधिनियम 1872 की बुनियाद पर टिकी हुई है। साक्ष्य अधिनियम आपराधिक, सिविल, राजस्व या किसी भी प्रकृति का वाद हो सभी प्रकार की विधियों में निर्णायक भूमिका निभाता है। इस लेख में जानते हैं कि भारत मे साक्ष्य अधिनियम के पारित होने से पूर्व की पृष्ठभूमि क्या थी।
भारतीय साक्ष्य अधिनियम पारित होने की पृष्ठभूमि:-
भारत मे अंग्रेजो के शासनकाल में भारतीय साक्ष्य अधिनियम 1872 से पूर्व इसके विषय पर कोई व्यवस्थित विधान नही था। प्रेसीडेंसी नगरों मुम्बई, कलकत्ता एवम मद्रास में रॉयल चार्टर के द्वारा स्थापित न्यायालय अंग्रेजी साक्ष्य नियम लागू करते थे। प्रेसीडेंसी शहरों के बाहर अर्थात मुफस्सिल में साक्ष्य के कोई निश्चित नियम नही थे। साक्ष्य विधि सम्बन्ध में अंग्रेजो के ज़माने में कई अधिनियम पारित किये गये थे, क्रमवार सभी अधिनियमों को निम्नलिखित रूप से दिया जा रहा है:-
a- साक्ष्य अधिनियम 1835 (Act no. 10 of 1835)
b- साक्ष्य अधिनियम 1855 (Act no. 2 of 1855 )
c- साक्ष्य अधिनियम 1855 (Act no. 10 of 1855 )
d- साक्ष्य अधिनियम 1859 (Act no. 8 of 1859 )
e- साक्ष्य अधिनियम 1861 (Act no. 25 of 1861)
f- साक्ष्य अधिनियम 1869 (Act no. 15 of 1869 )
इस तरह से मौजूद भारतीय साक्ष्य अधिनियम 1872 को पारित करने से पूर्व साक्ष्य विधि के सम्बंध में उपरोक्त अधिनियमों को पारित किया गया था, इन सभी अधिनियमों में साक्ष्य सम्बन्धी कई महत्वपूर्ण प्राविधान दिये गये थे परन्तु वे पूर्ण नही थे।
सर हेनरीमैन कमीशन की नियुक्ति:-
इसी दौरान साक्ष्य विधि को संहिताबद्ध करने के लिये सर हेनरीमैन की अध्यक्षता में साक्ष्य विधि का प्रारूप तैयार करने हेतु कमीशन नियुक्त किया गया, परन्तु तत्कालीन परिस्थितियों के होने के कारण सर हेनरीमैन कमीशन द्वारा दी गयी रिपोर्ट को अस्वीकार कर दिया गया।
स्टीफेन कमीशन की नियुक्ति:-
उसके उपरान्त स्टीफेन की अध्यक्षता में पुनः एक कमीशन नियुक्त किया गया और उसे साक्ष्य विधि का प्रारूप तैयार करने की ज़िम्मेदारी दी गयी। स्टीफेन कमीशन ने 31 मार्च
1871 को एक विधेयक पेश किया जिसे ब्रिटिश संसद द्वारा पारित कर दिया गया, ब्रिटिश संसद द्वारा पारित होने के उपरान्त उसने मौजूद भारतीय साक्ष्य अधिनियम एक्ट संख्या 1 सन 1872 का प्रारूप ग्रहण किया।।
यह भारतीय साक्ष्य अधिनियम 1872 के पारित होने की पूर्व की पृष्ठभूमि है। उम्मीद करता हूँ आपको लेख पसन्द आया होगा, कॉमेंट्स करके अपनी राय अवश्य दे।।
Tags:- Indian evidence act 1872, British, Parliament, Sir Henry man, Commission, साक्ष्य, अधिनियम, विधि,
कानून की अन्य जानकारियों के लिए यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब कर सदस्य बने...👇
https://www.youtube.com/channel/UCy0GcvBhrzLBlplyUgK8uOA
https://www.youtube.com/channel/UCy0GcvBhrzLBlplyUgK8uOA
Comments
Post a Comment
यदि आपको ये लेख पसंद आया हो तो लाइक करें शेयर करें तथा फॉलो करें, कमेंट्स करके अपने बहुमूल्य सुझाव अवश्य दें।।